लम्हें ~
ज़िन्दगी के कुछ लम्हें यूँ बीत जाते हैं , कि हमे सिर्फ गुज़रे हुए कल याद आते हैं , टूटे रिश्ते हमे रुलाते हैं , बीती बातों को सोच हम धीरे से मुस्कुराते हैं हैं , मुस्कराहट से झांकते आँखों के मोती छलक जाते हैं सिर्फ गुज़रे हुए पल याद आते हैं , ज़िन्दगी के कुछ लम्हें यूँ बीत जाते हैं , फ़िर कुछ खो देने के ख्याल से हम डर जाते हैं कुछ पाने कि इच्छा से अक्सर दिल भर जाते हैं चुप चाप ही जीते ,चुप चाप मर जाते हैं ज़िन्दगी के कुछ लम्हें यूँ बीत जाते हैं !!